नई दिल्ली. पुलिस के लिए सिर दर्द बन चुकी सोनू पंजाबन के लिए आखिरकार सजा का ऐलान हो गया। 12 साल की नाबालिग लड़की को जबरन धंधे में धकेलने को लेकर 2017 में पुलिस के शिकंजे में फंस गई। इस मामले में उसे बुधवार को 24 साल की सजा हो गई। जज ने इसे सजा सुनाते हुए कहा कि ऐसे क्रूर और डरावना काम करने वालों को सभ्य समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश प्रीतम सिंह ने गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन को अनैतिक तस्करी (निषेध) कानून के तहत 14 साल और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में 10 साल की सजा सुनाई।