इंस्पायरिंग है इस महिला IAS की कहानी, पहले नौकरी छोड़ी; बच्चे को संभाला; बिना कोचिंग ही पाया मुकाम

नई दिल्ली.  संघ लोक सेवा आयोग  (UPSC) की परीक्षा देश में सबसे कठिन परिक्षाओं में से एक है। लेकिन हम एक ऐसी महिला अफसर की कहानी बता रहे हैं, जिसने ना सिर्फ चुनौतियों का सामना कर यूपीएससी क्लिर किया, बल्कि सभी के लिए एक मिसाल भी पेश की।

Asianet News Hindi | Published : Nov 24, 2019 1:16 PM IST

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इंस्पायरिंग है इस महिला IAS की कहानी, पहले नौकरी छोड़ी; बच्चे को संभाला; बिना कोचिंग ही पाया मुकाम
यूपीएससी की परीक्षा में हर साल लगभग 10 लाख आवेदन आते हैं। इनमें से करीब 1 हजार उम्मीदवार ही सिलेक्ट हो पाते हैं। इन्हीं उम्मीदवारों में से एक, हम बात कर रहे हैं पुष्पलता की, जिन्होंने 2017 में यूपीएससी में 80वीं रैंक हासिल किया।
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पुष्‍पलता ने जब ये टेस्ट क्लिर किया, तब वे कई जिम्मेदारियों के साथ बंधी थीं। वे ना केवल एक पत्नी बल्कि मां की जिम्मेदारी बी निभा रही थीं। पुष्‍पलता स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद में असिस्टेंट मैनेजर थीं, उस वक्त उन्हें लगा कि उन्हें ये नौकरी छोड़कर देश की सेवा के लिए कुछ करना चाहिए। उन्होंने नौकरी छोड़ दी।
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इसके बाद वे सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी में जुट गईं। उन्होंने कोचिंग भी नहीं की। केवल घर पर वक्त मिलने पर वे तैयारी करतीं। इस दौरान वे एक मां और पत्नी होने की जिम्मेदारी भी निभातीं।
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पुष्‍पलता 2 साल के बेटे की देखभाल भी करती थीं। जब उन्होंने 2017 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी, तो वे सफल नहीं हो पाईं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और तैयारी में जुटी रहीं। 2018 में उन्‍होंने यूपीएससी परीक्षा क्लिर कर ली। उन्होंने 80वीं रैंक हासिल की।
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