सुनवाई के दौरान एक टाइम ऐसा भी आया जब जज साहब भड़क गए। राज्य सरकार के वकील तुषार मेहता ने कहा, विकास दुबे पर 65 एफआईआर दर्ज थी। वह पैरोल पर बाहर था। इस पर सीजेआई भड़क गए। उन्होंने कहा, हमको मत बताइए कि विकास दुबे क्या था। उसपर इतने केस दर्ज थे, फिर भी वह जेल से बाहर था। यह सिस्टम का फेल्योर है।