सैन्य कैंपों पर मिसाइलें दागकर ईरान ने अमेरिका को दी खुली चुनौती, जानें कौन कितना ताकतवर है
वॉशिंगटन. ईरान ने इराक में 3 सैन्य बेस कैम्पों को निशाना बनाकर अमेरिका को खुली चुनौती दी है। ईरान की मीडिया का दावा है, 10 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। इस हमले में करीब 80 लोग मारे गए। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर कहा कि ऑल इज वेल। अभी तक सब ठीक है। नुकसान का जायजा लिया जा रहा है। वैसे तो अमेरिका और ईरान के बीच यह तनाव चार दशक पुराना है। लेकिन इसमें एक हफ्ते में ज्यादा इजाफा हुआ। दरअसल, 3 जनवरी को अमेरिका ने इराक में ड्रोन हमले में जनरल कासिम सुलेमानी को समेत 8 को मार गिराया। इसके बाद ईरान लगातार अमेरिका को अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है। ऐसे में जब बुधवार को ईरान ने अमेरिका को खुली चुनौती दे दी है, तो ऐसे में यह देखना जरूरी है कि दोनों देशों में कौन कितना ताकतवर है।
सैन्य क्षमता : ब्रिटेन के थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटिजिक स्टडीज के मुताबिक ईरान में लगभग 5 लाख 23 हजार सक्रिय सैनिक हैं। इसमें से 3.5 लाख ईरान की सेना में वहीं, इस्लामिक रिवॉल्युशनरी गार्ड्स में 1.5 लाख सैनिक हैं। उधर, अमेरिका की बात करें तो इस मामले में अमेरिका के पास दोगुने से ज्यादा यानी 12.81 लाख सैनिक हैं।
ईरान भले ही अमेरिका के सामने कभी ना झुका हो, लेकिन टैंक और तोपों यानी थल शक्ति के मामले में भी अमेरिका से पीछे है। ईरान के पास 8 हजार 577 टैंक और तोपें हैं, वही अमेरिका के पास 6 गुना यानी 48 हजार 422 टैंक और तोपें हैं।
अमेरिका जल शक्ति में भी ईरान से आगे है। जहां ईरान के पास 398 जहाज और पनडुब्बियां हैं, वहीं, अमेरिका के पास यह संख्या 415 है।
ईरान एयर फोर्स के मामले में काफी पीछे है। जहां अमेरिका पर 10 हजार से ज्यादा एयर क्राफ्ट और हेलिकॉप्टर हैं, वहीं, ईरान के पास सिर्फ 512 हैं। हालांकि, उसके पास मिडिल ईस्ट में किसी भी देश में सबसे ज्यादा मिसाइलें हैं। यह बात अमेरिका ने भी मानी है।
रक्षा बजट: अमेरिका का रक्षा बजट दुनिया के किसी भी देश की तुलना में सबसे ज्यादा है। ऐसे में जहां अमेरिका अपनी सेनाओं पर हर साल 716 बिलियन डॉलर खर्च करता है, वहीं, ईरान सिर्फ 6.3 बिलियन डॉलर खर्च करता है।