पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद 80 से 84 तक चरम पर रहा। 83 की घटना के बाद खालिस्तान देश के लिए एक सिरदर्द बन गया। तब पंजाब में डीआईजी अटवाल की खालिस्तानी आतंकवादियों ने स्वर्ण मंदिर परिसर में ही हत्या कर दी थी। साथ ही भिंडरावाले के अनुयायियों ने स्वर्ण मंदिर पर कब्जा कर लिया। हालांकि इंदिरा गांधी ने आतंकवादियों को मार गिराने का आदेश दिया। इसके बाद भारतीय सेना ने 3-6 जून, 84 तक चले ऑपरेशन ब्लू स्टार में भिंडरावाले और उसके समर्थकों का मार गिराया।
(ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद स्वर्ण मंदिर में इंदिरा गांधी)