Published : Feb 26, 2022, 04:44 PM ISTUpdated : Feb 26, 2022, 04:47 PM IST
भारतीय पहलवान और ओलंपियन बजरंग पुनिया (Bajrang Punia) शनिवार 26 फरवरी को 28 साल के हो गए हैं। पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले फ्रीस्टाइल पहलवान का जन्म हरियाणा के झज्जर जिले के खुदान गांव में हुआ था। वह अब तक तीन विश्व कुश्ती चैंपियनशिप पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय पहलवान हैं। पुनिया ने महज सात साल की उम्र में कुश्ती शुरू कर दी थी। उनके पिता खुद एक पूर्व पहलवान थे, उन्होंने ही उन्हें खेल को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उनका परिवार बाद में 2015 में सोनीपत चला गया ताकि ये फ्रीस्टाइल पहलवान भारतीय खेल प्राधिकरण के क्षेत्रीय केंद्र में प्रशिक्षण ले सके। आइए इस पहलवान के जन्मदिन के मौके पर जानते हैं इनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
बजरंग पूनिया का पहला बड़ा टूर्नामेंट 2013 में नई दिल्ली में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप था। पुरुषों की फ्रीस्टाइल 60 किलोग्राम वर्ग में उत्तर कोरिया के ह्वांग रयोंग-हक से हारने के बाद पुनिया ने टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता था।
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साल 2013 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में बजरंग पूनिया ने कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया था। तब से लेकर वे लगातार अपने प्रदर्शन का ग्राफ ऊपर ले जा रहे हैं।
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ओलंपियन बजरंग पूनिया ने साल 2014 में ग्लासगो में आयोजित हुए राष्ट्रमंडल खेलों में अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए पुरुषों के 61 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता था।
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इस बीच साल 2015 में बजरंग के प्रदर्शन में कुछ गिरावट देखने को मिली। कुछ समय के लिए वे अपनी लय से भटक गए थे। विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में उनका प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। हालांकि पुनिया ने 2017 एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक के साथ वापसी की।
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पहलवान बजरंग पूनिया ने साल 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों के साथ-साथ एशियाई खेलों में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर एक बार से खेल प्रेमियों की वाह-वाही बटोरी।
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बजरंग पूनिया ने अपनी कड़ी मेहनत और एकाग्रता के दम पर साल 2018 और 2019 में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में रजत पदक जीता। बजरंग विश्व कुश्ती चैंपियनशिप जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में तीन पदक हासिल करने वाले एकमात्र भारतीय पहलवान हैं।
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जैसा की पहलवानों के लिए कहा जाता है कि ये बाहर से लोहे की तरह मजबूत होते हैं और इनका दिल मोम की तरह कोमल होता है। इस 28 वर्षीय युवा पहलवान का दिल भी प्यार में पिघल गया। उन्होंने साल 2020 में साथी पहलवान संगीता फोगट से शादी की।
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बजरंग पूनिया साल 2020 में टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले आठ पहलवानों में से एक थे। उन्होंने 7 अगस्त के दिन कजाकिस्तान के दौलेट नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में 8-0 से हराकर कांस्य पदक जीता था।
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बजरंग पूनिया को उनकी उपलब्धियों के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से नवाजा जा चुका है। इतना ही नहीं इस पहलवान को खेलों का सर्वोच्च सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न भी मिल चुका है।
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कोरोना काल के दौरान ज्यादातर कुश्ती के टूर्नामेंट स्थगित करने पड़े। जिससे इस पहलवान की तैयारियों को भी झटका लगा। बजरंग पुनिया इस साल इस्तांबुल में यासर डोगू रैंकिंग सीरीज में भाग लेंगे। टोक्यो ओलंपिक के बाद यह उनका पहला टूर्नामेंट होगा।