लवलीना बोरगोहेन ने आठवीं क्लास में किकबॉक्सिंग के रूप में अपने खेलों की शुरुआत की, लेकिन जब एक बार उनके पिता अखबार के टुकड़े में लपेट कर मिठाई लाए तो लवलीना ने उसमें मोहम्मद अली की फोटो देखी। इसके बाद उन्हें उनके बारे में जानने की इच्छा पैदा हुई, तो पिता ने मोहम्मद अली की दास्तां बेटी को सुनाई और फिर लवलीना ने भी उन्ही की तरह एक बॉक्सर बनने का सपना देखा।