स्पोर्ट्स डेस्क : कहते हैं एक खिलाड़ी की जिंदगी संघर्षों से भरी हुई रहती है। उन खिलाड़ियों की जिंदगी हमें और ज्यादा मोटिवेशनल लगती है, जो कठिनाइयों से निकलकर अपनी जीत की जिद पूरा करते हैं। कुछ ऐसी ही कहानी है भारतीय महिला मुक्केबाज पूजा रानी की। जिन्होंने हाल ही में मुक्केबाजी के राउंड-16 के मुकाबले में शानदार प्रदर्शन करते हुए अल्जेरिया की इचराक चाएब को हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। अब पूजा रानी (Pooja Rani) से मेडल की उम्मीद है। उनकी जीत की दुआ पूरा देश कर रहा है, लेकिन एक समय ऐसा था, जब इस खिलाड़ी के पिता ही उसके बॉक्सिंग करने के खिलाफ थे। जला हाथ और कंधे की चोट के चलते उनके बॉक्सिंग करियर खत्म होने की कगार पर आ गया था। फिर किस तरह पूजा रानी ने अपने जीत की जिद के आगे कठिनाइयों को पार किया, आइए आपको बताते हैं...