सूरत (गुजरात). कोरोना वायरस की दूसरी लहर पहले से ज्यदा खतरनाक दौर में पहुंच चुकी है। देश के कई राज्यों में महामारी का प्रकोच चरम पर पहुंच चुका है। हालात इतने भयानक हो गए हैं कि इस बार कोरोना का स्ट्रेन जवान-बुजुर्गों के साथ-साथ बच्चों को भी अपना शिकार बना रहा है। गुजरात से एक ऐसी मार्मिक तस्वीर सामने आई है, जिसे देख अब डर लगने लगा है। जहां एक नवजात का 11 दिन तक चले इलाज के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। मासूम की 14वें दिन सांसे थम गई हैं। बेबसी ऐसी कि अभी माता पिता ने बच्चे को गोद भी नहीं उठाया था कि अब उसका शव उठाकर दफन करना पड़ रहा है।