647 तब्लीगी जमाती संक्रमित: न खुद की फिक्र..न दूसरों की और न देश की चिंता... ये तस्वीरें वाकई शर्मनाक हैं
नई दिल्ली. देश में शुक्रवार को कोरोन संक्रमण के सबसे ज्यादा 683 मामले सामने आए हैं। यानी देश में अब तक 3041 संक्रमित मिल चुके हैं। शर्मनाक बात यह है कि निजामुद्दीन के मरकज में शामिल हुए 14 राज्यों के 1300 जमातियों की जांच के बाद इनमें 643 संक्रमित मिले। इनमें से ज्यादातर जमातियों पर जानबूझकर देश में कोरोना संक्रमण फैलाने का आरोप है। कइयों के खिलाफ अलग-अलग राज्यों की सरकारों ने रासुका लगाई है। तमाम समझाइशों के बाजवूद ये जमाती कोराना के खिलाफ जांच में सहयोग नहीं कर रहे। वहीं, घर पर ही नमाज पढ़े जाने की सूचना के बावजूद कई राज्यों में मस्जिदों में नमाज पढ़े जाने की खबरें हैं। इस दौरान पुलिस ने कार्रवाई की। भोपाल, यूपी के कन्नौज और उत्तराखंड के उत्तराकाशी में लॉक डाउन के उल्लंघन के चौकाने वाले मामले सामने आए हैं। भोपाल में भीड़ जुटाकर नमाज पढ़ते लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वहीं, यूपी के कन्नौज में नमाज पढ़कर निकले लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया। उत्तरकाशी में 10 लोगों को लॉक डाउन के बीच जुमे की नमाज पढ़ते गिरफ्तार किया है।
आगे देखें कुछ नई और पुरानी तस्वीरें..ऐसी स्थिति आज भी देश कई इलाकों में देखी जा सकती है..यह कोरोना संक्रमण का फैलाने का काम रही है..
सब्जी विक्रेता वाली तस्वीर कुछ दिन पुरानी है। वहीं इनसेट तस्वीर उत्तराकाशी है। यहां की इंदिरा कॉलोनी के एक घर के बंद कमरे में एक साथ जुमे की नमाज पढ़ रहे 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लोग लाख मना करने के बावजूद जानबूझकर लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे हैं।
यह तस्वीर कुछ दिन पुरानी है, लेकिन ऐसी मंजर देश में कई जगह देखने को मिले हैं।
उल्लेखनीय है कि निजामुद्दीन के तब्लीगी मरकज में शामिल कई लोगों पर जानबूझकर संक्रमण फैलाने का आरोप लगा है।
ये लो अपने साथ दूसरों की जान के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं।
यह प्यार नहीं, मौत को दावत देना है। यह तस्वीर कश्मीर की है।
जिंदगी कोई खेल नहीं। अभी जरूरत सोशल डिस्टेंसिंग की है।
इस तरह के लोग जिंदगी का मूल्य नहीं समझ रहे।
यह तस्वीर कुछ दिन पुरानी है, लेकिन देश में कई जगहों पर लॉक डाउन बीच नमाज या धार्मिक आयोजन किए जाने की खबरें मिली हैं।
ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
यह तस्वीर कुछ दिन पुरानी है, लेकिन दिल्ली के इन इलाकों में स्थितियां अब भी सुधरी नहीं हैं।
इन्हें कोई शर्म नहीं। ऐसी दुकानें भी संक्रमण फैलाने की वजह बन रही हैं।