परिजनों के अनुसार, हरीश की दादी उसे दूध देने पहुंची थीं, जहां उन्होंने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब कोई हलचल नहीं हुई तो उन्होंने खिड़की से अंदर झांका तो देखा कि उनका पोता फांसी के फंदे से झूल रहा है। उन्होंने शोर मचाया, आसपास के लोग आए और हरीश को पंखे से उतारकर अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।