दिल्ली. दिहाड़ी करके दो वक्त की रोटी कमाने वाले लाखों मजदूरों की जिंदगी ठहर सी गई है। लॉकडाउन की वजह से उनके काम-धंधे ठप हो गए हैं, ऐसे हालतों में अपने आपको जिंदा रखने के लिए वह पलायन कर रहे हैं। इसी बीच इन बेसाहार लोगों की मदद के लिए के सड़क किनारे रहकर लोहे के बर्तन और औजारों को बनाने वाले लौहारों ने एक मिसाल पेश की है। जिनके हौसलों को हर कोई सलाम कर रहा है।