दरअसल, 14 फरवरी 2019 को जम्मू से श्रीनगर जा रहे सीआरपीएफ के काफिले पर पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था। इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद आतंकियों को ढेर करने के लिए सेना ने एक ऑपरेशन चलाया था। इस दौरान 18 फरवरी को मुठभेड़ के दौरान आतंकियों से लोहा लेते वक्त मेजर विभूति ढौंडियाल शहीद हो गए थे। हालांकि उन्होंने शहीद होने से पहले 5 आंतकी को मौत की नींद सुला दिया था।