देहरादून. उत्तराखंड में रविवार को ग्लेशियर टूटने से चमोली जिले में बाढ़ आ गई। इसके बाद धौलीगंगा नदी में जल स्तर अचानक बढ़ गया। जिसमें 100 से 150 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। यह प्राकृतिक आपदा 17 जून 2013 जैसी तबाही की याद दिलाती है। जिसमें करीब 10 हजार लोग बह गए थे। यह घटना इतनी भयानक थी कि आज भी लोगों को जख्म नहीं भर पाए हैं। कई लोगों का कहना है कि ऐसा मंजर उन्होंने पूरी जिंदगी में कभी नहीं देखा। जहां हर तरफ सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा था और लोग कचरे की तरह बहे जा रहे थे। इस दौरान करीब 5 हजार गांवों क नुकसान पहुंचा था। लेकिन इस दौरान एक चमत्कार भी लोगों ने देखा था। यहां सिर्फ केदारनाथजी का मंदिर ही बचा था। बाकि सब कुछ बह गया था।