अहमदाबाद (गुजरात). साल 2020 पूरा इस कोरोना वायरस के कहर में निकल गया। जिसने पूरी दुनिया के लाखों लोगों को मौत की नींद सुला दिया। वहीं इस महामारी ने डॉक्टरों की जिंदगी बदल कर रख दी है। वह 24 घंटे घर और अस्पताल के होकर रह गए हैं। करीब 12 घंटे तो वह पीपीई के भीतर होते हैं। जिस किट को उन्होंने अपने बचाव के लिए पहनी है अब वो उनको बीमार कर रही है। जिसके चलते डॉक्टर्स सिरदर्द, जलन और खासतौर पर उनकी स्किन खराब हो रही है। कई लेडी डॉक्टर और नर्सों को डबल मास्क पहनने से चेहरे पर फफोले उठ आए हैं। खूबसूरत चेहरा बिगड़ गया, जिसे देखकर पहचानना मुश्किल है। (अपोलो हॉस्पिटल की नर्स किंजल कोराट और डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अंशुल वर्मन।)