अहमदाबाद : 26 जुलाई 2008 का वो काला दिन। शाम को बाजार गुलजार थे और लोग अपनी रोजमर्जा की जिंदगी में व्यस्त। लेकिन किसी को नहीं पता था कि अगले पल क्या होने वाला है। शाम के साढ़े 6 बजे होंगे कि तभी अचानक जोरदार धमाका हुआ, लोग कुछ समझ पाते कि तब तक एक के बाद एक सिलसिलेवार 23 धमाके हुए। 45 मिनट में सबकुछ तबाह हो गया था, 56 लोग मारे जा चुके थे, 260 जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे और जो जिंदा बच गए थे उनके सामने था मौत का खौफनाक मंजर...जानिए उस काले दिन की खौफनाक कहानी से लेकर इंसाफ मिलने तक की पूरी टाइमलाइन...