सूत्रों के मुताबिक, शालिनी कॉलेज के दिनों में अपनी मां के साथ बस में सफर कर रही थीं। जिस सीट पर वो बैठी थीं, उसके बगल में एक शख्स खड़ा था और वो बार-बार उनकी सीट के हैंडल को पकड़ रहा था। उन्होंने युवक को काफी समझाया लेकिन वह नहीं माना। उल्टा ताना मार दिया कि तुम कोई डीसी अफसर हो जो तुम्हारी हर बात मानी जाए। शालिनी डीसी क्या होता यह तो नहीं जानती थीं, लेकिन सोच रहीं थी कोई बड़ा अफसर होता होगा। जिससे शायद सभी डरते होंगे। फिर उन्होंने अपने टीचर से इसके बारे में पूछा और उसी दिन ठान लिया कि अब वह बड़ अफसर बनकर रहेंगी।