शिमला, बेटियों को समान पढ़ने और बढने का मौका दिया जाए तो वह हर क्षेत्र में अपना परचम लहराती हैं। खेल के मैदान से लेकर देश की आर्मी तक की कमान आज उनके हाथों में है। कुछ ऐसा ही कमाल किया है हिमाचल की बेटी अवंतिका चौहान ने जो आज 22 साल की उम्र में अपने गांव की प्रधान बन गईं हैं। इतनी छोटी सी उम्र में चुनाव जीतना अपने आप में किसी बड़ी उपल्ब्धि से कम नहीं है।