पगड़ी का अंग्रेजों ने उड़ाया मजाक, टशन में इस पंजाबी ने उसी के रंग में खरीद डाली लग्जरी कारें
दिल्ली. कहते हैं कि 'पैसा' अहंकार की वजह बन जाता है। लेकिन इस अरबपति सरदार ने इस परिभाषा को बदला है। ब्रिटेन के जाने-माने बिजनेसमैन रुबेन सिंह अपने देश की माटी के मान-सम्मान की खातिर पैसे को भी पानी की तरह बहाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। एक बार किसी अंग्रेज ने उनकी पगड़ी का मजाक उड़ा दिया। उसे 'बैंडेज' कह दिया। रुबेन सिंह ने बड़े ही सभ्य तरीके से उसे करारा जवाब दिया। उन्होंने अपनी पगड़ी के कलर की लग्जरी कारें खरीदना शुरू कर दीं। रुबेन सिंह हर साल अपने वतन यानी भारत जरूर आते हैं। 13 नंवबर को ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स अपने तीन दिवसीय दौरे पर इंडिया आए। उनके संग रुबेन सिंह भी रहे। रुबेन सिंह प्रिंस चार्ल्स के अच्छे दोस्तों में शुमार हैं। इस दौरान चार्ल्स और रुबेन सिंह दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे भी गए। बता दें कि रुबेन सिंह के पिता 1960 में दिल्ली से ब्रिटेन जाकर बस गए थे। रुबेन सिंह का जन्म लंदन में ही हुआ।
Asianet News Hindi | Published : Nov 15, 2019 9:11 AM IST / Updated: Nov 15 2019, 02:54 PM IST
रुबेन सिंह AlldayPA नामक कंपनी के CEO हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने एक साथ 6 रोल्स रॉयल कारें खरीदी थीं। वो भी अपनी पगड़ी के कलर कीं। इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने ट्वीटर अकाउंट पर दी थी। उन्होंने खुलासा किया था कि ऐसा वे अंग्रेजों का चैलेंज पूरा करने के लिए करते हैं।
इन 6 रोल्स रॉयल गाड़ियों की कीमत उस वक्त करीब 50 करोड़ रुपए थी। इन लग्जरी गाड़ियों के कलेक्शन को रुबेन सिंह ने Jewels collection नाम दिया है। इनको मिलाकर अब रुबेन सिंह के पास 20 रोल्स रॉयल गाड़ियां हैं।
दरअसल, किसी अंग्रेज ने मजाक करते हुए रुबेन सिंह की पगड़ी को बैंडेज की संज्ञा दे दी थी। रुबेन सिंह को यह अपनी बेइज्जती महसूस हुई। इसके बाद उन्होंने पगड़ी के रंग की कारें खरीदने की ठानीं। 6 रोल्स रॉयल कारें खरीदने के बाद रुबेन सिंह अपने ट्विटर पर लिखा था-'किसी ने मेरी टर्बन(पगड़ी) को 'बैंडेज' कहा। यह मेरा ताज-मेरा गर्व।' रुबेन सिंह ने उस अंग्रेज को चैलेंज किया था कि वे अब से पगड़ी के कलर से मैच करतीं कारें ही खरीदेंगे।
रुबेन सिंह ने 17 साल की उम्र बिजनेस शुरू किया था। उन्होंने Miss Attitude नाम से एक फैशन चेन शुरू की थी। 90 के दशक में यह फैशन ब्रिटेन में काफी फेमस हो गया था। बताते हैं कि रुबेन सिंह अपने बिजनेस को आगे बढ़ाने की दिशा में 20-20 घंटे तक काम करते हैं।
कहते हैं कि जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। रुबेन सिंह के साथ भी ऐसा ही हुआ। उनका बिजनेस अचानक घाटे में चला गया। नौबत ऐसी आई कि कर्ज उतारने उन्हें अपनी कंपनी बेचनी पड़ी गई। यही नहीं, अपने दूसरे बड़े बिजनेस alldayPA को भी गर्त में जाने से नहीं रोक पाए। इस तरह 2007 में दिवालिया हो गए।
दिवालिया होने के बाद भी रुबेन सिंह ने हिम्मत नहीं हारी और 2007 से 2017 के बीच फिर से alldayPA को ब्रांड बना दिया। रुबेन को यूके का बिल गेट्स कहते हैं। बता दें कि रुबेन सिंह को 6 रोल्स रॉयस की डिलिवरी देने कंपनी के सीईओ टॉर्सटन मूलर ओटवोस खुद पहुंचे थे।
अब आपको बता दें कि ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स गुरुनानक देवजी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर ब्रिटेन के सिख समुदाय के उल्लेखनीय योगदान को सम्मान देने भारत आए। यह उनकी 10वीं आधिकारिक यात्रा है। चार्ल्स के साथ रुबेन सिंह भी हैं। 14 नवंबर को प्रिंस चार्ल्स का 71वां जन्मदिन भी था। इस दौरान चार्ल्स और रुबेन सिंह ने दिल्ली के बंगला साहिब गुरुद्वारे में सेवा भी की।