IPS बनने से पहले जब एक 'ढीठ' आदमी से पाला पड़ा , जानिए कैसे बदल गई बस कंडक्टर की बेटी की लाइफ

कुल्लू, हिमाचल प्रदेश. जिंदगी की हर छोटी-बड़ी घटना इंसान को सबक देती है। ये सबक इंसान को तरक्की के रास्ते पर ले जाते हैं। गरीबी किसी की मंजिल में आड़े नहीं आती। हिमाचल प्रदेश कैडर की यह यंग IPS शालिनी अग्निहोत्री इसका उदाहरण हैं। शालिनी हिमाचल प्रदेश के ही ऊना की रहने वाली हैं। इनका जन्म 14 जनवरी, 1989 को हुआ। मां शुभलता गृहणी हैं, जबकि पिता रमेश बस कंडक्टर थे। एक बार शालिनी अपनी मां के साथ बस में सफर कर रही थीं। उनके पीछे एक आदमी सीट पकड़कर खड़ा हुआ था। उसकी हावभाव और हरकतें ठीक नहीं लग रही थीं। इस पर शालिनी की मां ने उसे ठीक से खड़े रहने को कहा। वो आदमी ढीठ था, नहीं माना। इस पर शालिनी की मां ने उसे डांट दिया। इस बात पर आदमी ने पलटकर कहा कि शालिनी की मां क्या कोई डीसी हैं, जो वो उनकी बात सुनेगा? यह बात शालिनी को ठीक नहीं लगी। तब उन्हें नहीं मालूम था कि डीसी(कलेक्टर) का क्या मतलब होता है? जब मालूम चला, तो ठान लिया कि अब तो वो पुलिस अफसर बनेगी। पढ़िए यह कहानी और लीजिए सबक कि जिंदगी में कुछ भी असंभव नहीं होता..

Asianet News Hindi | Published : Jun 4, 2020 8:48 AM IST / Updated: Jun 04 2020, 02:23 PM IST
112
IPS बनने से पहले जब एक 'ढीठ' आदमी से पाला पड़ा , जानिए कैसे बदल गई बस कंडक्टर की बेटी की लाइफ

शालिनी अग्निहोत्री ने सिर्फ 18 महीने की तैयारी के बाद 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी थी। (अपने माता-पिता के साथ)

212

IPS की ट्रेनिंग के दौरान शालिनी अग्निहोत्री को 65वें बैच में पहला स्थान मिला था। इनकी पहली पोस्टिंग कुल्लू में हुई थी।

312

शालिनी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने ठान लिया था कि IPS बनना है। इसलिए वो आधी रात तक पढ़ाई करती थीं। कभी-कभार तो 3-4 बज जाते थे।

412

शालिनी के पति संकल्प शर्मा यूपी कैडर के IPS हैं। वे मूलत: राजस्थान से हैं।  

512

शालिनी और संकल्प की मुलाकात ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। तभी वे एक-दूसरे को पसंद करने लगे थे।

612

शालिनी मूलत: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के एक दूरदराज गांव थाटहाल की रहने वाली हैं। इनके पिता रमेश कुमार कभी धर्मशाला में एचआरटीसी में कंडक्टर थे।

712

शालिनी की एजुकेशन धर्मशाला के डीएवी स्कूल से हुई। बाद में उन्होंने एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया।

812

शालिनी को यूपीएससी में 285वीं रैंक मिली थी। शालिनी कहती हैं कि वे इस प्रोफेशन में इसलिए आईं, ताकि लोगों की मदद कर सकें।

912

शालिनी को एडवेंचर गेम्स में रुचि रही है। वे आज भी अपने शौक पूरे करती हैं।

1012

शालिनी कठिन ड्यूटी के बावजूद अपनी जिंदगी को भरपूर एंजाय करती हैं। 

1112

शालिनी को साइकिलिंग का शौक रहा है। वे कहती हैं कि जिंदगी में ऊर्जा के लिए फिटनेस बहुत जरूरी है।

1212

शालिनी समय निकालकर आज भी स्कूली बच्चों को पढ़ाती हैं।

Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos