दरअसल, गुरुवार सुबह शहीद जवान हवलदार सुरेश कुमार ठाकुर का उनके पैतृक गांव कांडों कत्याड़ में पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। बेबस 75 साल के पिता जोगिंदर सिंह अपने बेटे की अर्थी को कंधे पर रख रोता रहा और आंसू पोंछता रहा। हालांकि वह इस बात पर भी गर्व महसूस कर रहे थे कि उनका बेटा देश के काम आया