मैं तब 21-22 साल का था, तब मेरी पहली मुलाकात हुई थी। मेरी तब दाढ़ी बढ़ी हुई थी। उन्होंने हंसते हुए कहा कि क्लीन शेव रहा करो। साफ-सुथरे। उस समय मैं जर्नलिज्म की पढ़ाई कर रहा था। धर्मपालजी ने मेरी माली हालत को देखते हुए 1000 रुपए मंथली सहयोग देना शुरू किया। हालांकि जब मेरी पढ़ाई पूरी हुई, तब मैंने पैसा लेना बंद कर दिया था।