89 साल की बुजुर्ग रोज 2 बार थाने आती हैं, पुलिस अफसर पूछते हैं, अम्मा कोई परेशानी, वे मुस्कराकर कहती है 'नहीं'

राजकोट, गुजरात. रिश्ते सिर्फ खून से नहीं बनते। ये दिलों से पैदा होते हैं। ऐसा ही एक रिश्ता थाना प्रभारी और 89 साल की इस बुजुर्ग के बीच बना है। अब बुजुर्ग की यह आदत पड़ चुकी है कि वे रोज दो बार थाने आती हैं। थाना प्रभारी उन्हें बैठाकर हाल-चाल पूछते हैं, फिर आइसक्रीम खिलाते हैं। इसके बाद वे आशीर्वाद देकर चली जाती हैं। यह सिलसिल पिछले साढ़े तीन साल से चल रहा है। बुजुर्ग को उनका मकान मालिक घर से निकाल रहा था। पुलिस इंस्पेक्टर ने मकान मालिक को समझाया। इसके बाद से पुलिस अफसर और बुजुर्ग का मां-बेटे की तरह रिश्ता बन गया।

Asianet News Hindi | Published : May 11, 2020 11:16 AM IST

15
89 साल की बुजुर्ग रोज 2 बार थाने आती हैं, पुलिस अफसर पूछते हैं, अम्मा कोई परेशानी, वे मुस्कराकर कहती है 'नहीं'

बुजुर्ग वीनू बताती हैं कि उनका परिवार राजकोट में पिछले 70 साल से है। बुजर्ग कभी-कभार अपनी बेटी और पोते से पुलिस अफसर की बात भी कराती हैं। वीनू कोलकाता में टीचर थीं।
 

25

साढ़े तीन साल पहले वीनू भक्तिनगर थाने में अपनी पीड़ा लेकर पहुंची थीं। तब वहां के पीआई विरल दान गढ़वी ही थे। उन्होंने मानवता और ड्यूटी निभाते हुए मकान मालिक को समझाया। बताते हैं कि दो साल पहले जब वीनू की तबीयत खराब हुई, तब भी पीआई ने एक बेटे की तरह उनका इलाज कराया था। बुजुर्ग की तीन संतानें हैं। एक बेटे का निधन हो चुका है। एक बेटी की कच्छ में ससुराल है। राजकोट में बुजुर्ग अकेली रहती हैं। पुलिसवाले ही अब उनके राशन-पानी का प्रबंध करते हैं। आगे देखिए जयपुर में पुलिस ने किस तरह मनाया मदर्स-डे..

35

यह तस्वीर जयपुर की है। पुलिस टीम ने बुजुर्गों के बीच जाकर मदर्स-डे मनाया।

45

जयपुर में निर्भया स्क्वायड ने मदर्स-डे पर कुछ इस अंदाज में मांओं को बधाई दी।

55

जयपुर में ही पुलिस टीम ने मांओं के सम्मान में कुछ इस तरह मदर्स-डे मनाया।

Share this Photo Gallery
click me!
Recommended Photos