दरअसल, लुधियाना के रहने वाले किसान कृपाल सिंह इस परिंदे को अपने साथ लाए हुए हैं। करीब दो महीनों से यह पक्षी कृपाल सिंह के साथ सिंघू बॉर्डर पर रह रहा है। जिसे वह अपने परिवार की सदस्य की तरह साथ रखे हुए हैं। किसानों की इस मुहिम में यह परिंदा हर वक्त साथ रहता है। कृपाल सिंह ने अपने इस पक्षी का नाम 'साहिब' रखा है। जिसकी देखरेख एक दम राजा की तरह होती है। कृपाल सिंह कहना है कि "बाज चढ़दी कला की निशानी है, वह बहुत ऊपर ऊपर उड़ता है और ऊपर से ही नीचे नजर बनाए रखता है। दिनभर तो वो आसमान में उड़ता रहता है और शाम को वह अपने डेरे पर आ जाता है। हम इसको पिंजड़े में नहीं रखते वह मेरे साथ लुधियाना से यूं ही जीप पर बैठकर चला आया।