जानकारी के मुताबिक, बीजेपी वीरप्पन की बेटी के जरिए तमिलनाडु में करीब 20 प्रतिशत वोट बैंक से जुड़ने की कोशिश कर रही है। दरअसल, राज्य में 20 प्रतिशत आबादी वन्नियार जाति की रहती है। विद्या और वीरप्पन का परिवार इसी जाति का है। इसलिए पार्टी ने यह दांव खेला है।