Published : Oct 26, 2021, 09:09 AM ISTUpdated : Oct 26, 2021, 10:05 AM IST
चंडीगढ़। पाकिस्तानी पत्रकार आरूसा आलम (Pakistani Journalist Aroosa Alam) से कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) की दोस्ती को लेकर पंजाब में सियासी घमासान छिड़ा है। पंजाब के पूर्व सीएम लगातार विरोधियों के निशाने पर हैं। चरणजीत सिंह चन्नी सरकार (Channi Government) के कुछ मंत्री कैप्टन और अरूसा के रिश्ते को लेकर निशाना साध चुके हैं। राज्य के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा (Sukhjinder singh Randhawa) ने तो यहां तक कहा है कि 'कैप्टन कह रहे हैं कि पंजाब, ISI से खतरे का सामना कर रहा, ऐसे में हम अरूसा आलम के ISI के साथ रिश्तों की भी जांच करेंगे।' इन आरोपों के बीच कैप्टन ने अब खुद पलटवार किया है और विरोधियों पर फोटो बम फोड़ा है। कैप्टन ने सोमवार को अपने फेसबुक पेज पर कुछ तस्वीरें शेयर कीं हैं। इनमें आरूसा भारत के शीर्ष राजनेताओं और फिल्मी हस्तियों के साथ नजर आ रही हैं। इनमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्षा साेनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज (Sushma Swaraj), सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) समेत तमाम दिग्गज नेता शामिल हैं। आईए जानते हैं इन तस्वीरों के बारे में...
वीजा बैन है, अन्यथा अरूसा आलम को फिर भारत बुला लेते..
कैप्टन ने लिखा- मैं अरूसा आलम की फोटो कई गणमान्य लोगों के साथ शेयर कर रहा हूं। क्या इन सब के भी ISI से संबंध हैं? ऐसा कहने वालों को बोलने से पहले सोचना चाहिए। यह सिर्फ घटिया मानसिकता का उदाहरण है। अमरिंदर ने यहां तक कहा कि दुर्भाग्य से इस वक्त भारत और पाकिस्तान के बीच वीजा बैन है, अन्यथा वह अरूसा आलम को फिर भारत बुला लेते। अमरिंदर ने कहा कि मार्च में मैं 80 साल का हो रहा हूं और अरूसा अगले साल 69 साल की हो जाएंगी। संकीर्ण सोच वाले इसे नहीं समझेंगे।
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पंजाब में नई पार्टी बनाने का ऐलान कर चुके कैप्टन
दरअसल, कांग्रेस के साथ रिश्तों में खटास आने के बाद कैप्टन नई पार्टी के गठन का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा और अकाली दल से अलग हुए ग्रुप समेत समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन का संकेत भी दिया है।
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अरूसा कैप्टन की करीबी दोस्त, 2004 में पाक में मुलाकात हुई थी
बता दें कि अरूसा आलम पाकिस्तान में डिफेंस जर्नलिस्ट हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह की बेहद करीबी महिला दोस्त के रूप में जानी जाती हैं। वह चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर आती रही हैं। अमरिंदर साल 2004 में जब पाकिस्तान गए थे, तब अरूसा की उनसे पहली मुलाकात हुई थी। अरूसा समाजवादी नेता अकलीन अख्तर की बेटी हैं, जिन्होंने 1970 के दशक में पाकिस्तान की राजनीति को प्रभावित किया था। अरूसा की मां को सैन्य प्रतिष्ठानों का बहुत करीबी माना जाता था।
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अब फोटो से जवाब दे रहे अमरिंदर
इससे पहले कांग्रेस ने अमरिंदर पर अरूसा आलम को लेकर हमला बोला था तो उन्होंने सोनिया गांधी के साथ अरूसा की फोटो शेयर की थी। कांग्रेसियों ने कहा कि यह तस्वीर 2005 की है। हालांकि अमरिंदर ने फिर से अरूसा की सोनिया गांधी के साथ एक और तस्वीर जारी कर दी है।
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हर सवाल का जवाब सिर्फ फोटो...
इसके बाद पंजाब कांग्रेस चीफ नवजोत सिद्धू के राजनीतिक सलाहकार पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने कैप्टन को घेरने की कोशिश की। इस पर कैप्टन ने मुस्तफा की पत्नी कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना और बहू के साथ अरूसा आलम की तस्वीरें शेयर कर दीं। अब कुछ कांग्रेसियों ने अरूसा को लेकर मचे घमासान पर नाराजगी जाहिर की तो अमरिंदर ने फिर से कांग्रेस को घेरने के लिए यह तस्वीरें जारी कर दीं।
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रंधावा ने ये कहा था... बाद में बैकफुट पर
डिप्टी सीएम सुखविंदर रंधावा कुछ दिन पहले जालंधर आए थे। यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अरूसा आलम भारत क्यों आती थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते सरकारी रेजिडेंस में क्यों रहती थीं? इसकी जांच की जाएगी।
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पंजाब सरकार अरूसा आलम के ISI कनेक्शन की जांच करेगी। इसके लिए वह डीजीपी को आदेश दे रहे हैं। हालांकि अमरिंदर ने जब सोनिया गांधी के साथ अरूसा आलम की तस्वीर पोस्ट की तो रंधावा ने बाद में बयान दिया कि यह 2 देशों का मामला है, इसलिए RAW जांच कर सकती है।
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अमरिंदर ने कहा था...
कैप्टन अमरिंदर ने रंधावा के बयान पर पलटवार किया था और कहा था कि अरूसा आलम को लेकर 2007 में पूरी जांच हो चुकी है। तब केंद्र में कांग्रेस की अगुआई वाली यूपीए सरकार थी। उस वक्त भी RAW और इंटेलिजेंस ब्यूरो यानी IB ने इसकी जांच की थी और कुछ नहीं निकला। उन्होंने रंधावा को नसीहत दी थी कि फालतू के कामों में दिमाग लगाने के बजाय पुलिस को पंजाब के लॉ एंड ऑर्डर दुरुस्त करने में लगाएं।
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सिद्दू बोले- हमें असली मसलों पर ध्यान देना चाहिए
अरूसा को लेकर सियासी घमासान में कांग्रेस भी धड़े में बंटी नजर आ रही है। नवजोत सिद्धू ने अरूसा का नाम लिए बगैर पंजाब कांग्रेस में मचे घमासान का विरोध किया। सिद्धू ने कहा कि हमें असली मुद्दों पर लौटना चाहिए। पंजाब यूथ कांग्रेस के प्रधान बरिंदर ढिल्लों ने भी कहा था कि अरूसा विवाद से पंजाब का कुछ भला नहीं होगा।
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मनीष तिवारी बोले- कांग्रेसी बच्चों की तरह लड़ रहे
सांसद मनीष तिवारी ने भी था कहा कि पंजाब में कांग्रेसी बच्चों की तरह लड़ रहे हैं। इसके बाद कांग्रेस के भीतर शोर थमने लगा था। हालांकि कैप्टन अमरिंदर फिर से कांग्रेस को विवाद में घसीटने की कोशिश कर रहे हैं। कैप्टन ने रंधावा से कहा था कि जब वे पंजाब के सीएम थे, तब उनको कभी पंजाब में कोई खतरा नहीं दिखा। अब उन्हें ऐसा क्यों लग रहा है? कहीं इसके पीछे उनकी दोस्त अरूसा आलम तो नहीं?
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कैप्टन अमरिंदर ने फेसबुक पेज पर आरूसा आलम की 14 तस्वीरें शेयर कीं, इनमें सोनिया गांधी, सुषमा स्वराज, मुलायम सिंह यादव, अमर सिंह, अश्विनी कुमार, यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा, महेश भट्ट, श्याम सरन और पूर्व सेना अधिकारी जगजीत सिंह अरोड़ा सहित अन्य के साथ देखा जा सकता है।
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कैप्टन के मीडिया सलाहकार ने भी अरूसा आलम के साथ सोनिया गांधी की एक तस्वीर शेयर की थी। इसमें कैप्शन के साथ पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा, सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी को टैग किया है। साथ ही लिखा था, ‘बस ऐसे ही।’
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कैप्टन इन दिनों सोशल मीडिया पर जितना सक्रिय हैं, उतना ही राजनीतिक रूप से भी सक्रिय दिख रहे हैं। इन सबके बीच उन्होंने दीपावली से पहले अपनी पार्टी का गठन करने का फैसला किया है। माना जा रहा है कि अगले कुछेक दिनों में ही वह पार्टी बनाने की घोषणा कर सकते हैं।
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कांग्रेस के कई विधायक भी कैप्टन की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। कैप्टन करीब 24 से ज्यादा विधायकों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। कांग्रेस के अंतरकलह में अपने मंत्री पद गंवाने वाले भी कैप्टन के साथ संपर्क में हैं।
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बताया जा रहा है कि कैप्टन अपनी पार्टी बनाने के बाद कांग्रेस में नियमित अंतराल पर बम फोड़ेंगे। माना जा रहा है कि कैप्टन के करीबी एक साथ नहीं बल्कि अलग-अलग समय पर उनकी पार्टी में जा सकते हैं।
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