पीड़ित व्यक्ति का नाम जोगेंद्र पाल है, जिसको उसके अपने भतीजे रिंकू ने जंजीरों से बांधकर रखा हुआ था। इतना ही नहीं आरोपी बुजुर्ग के साथ मारपीट करता और खाना-पीने के लिए तरसाता था। किसी तरह बुजुर्ग यह बात अपने गांववालों तक पहुंचाई, तब जाकर गांव के सरपंच प्रवीण कुमार की मदद से उसको जंजीरों से मुक्त तो करवा गया।