जनरल डायर को उन्होंने जब गोली मारी तो वहां से भागने की कोशिश भी नहीं की। उन्होंने सरेंडर कर दिया। ब्रिटेन में ही उन पर मुकदमा चला और चार जून 1940 को उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया। 31 जुलाई को उधम सिंह को पेंटनविले जेल में फांसी दे दी गई। 1974 में ब्रिटेन ने उनका सामान भारत सरकार को सौंप दिया, लेकिन उनकी पिस्टल और कुछ और सामान आज भी अंग्रेजों के ही पास है।