दरअसल, बडाला के रहने वाले पप्पा नाम के किसान अपनी 92 वर्षीय दृष्टिहीन मां दीपो को साइकिल पर बैठाकर जंडियाला के पास रेलवे फाटक पर धरना देने के लिए लेकर गए। मीडिया से अपना दर्द बयां करते वक्त वह रो पड़े, बोले- डर लगता है कि कहीं हमारे पास जो जमीन है, वह कहीं सरकारी नीतियों के कारण छिन न जाए। अगर ऐसा हुआ तो हम भूखें मर जाएंगे। इसलिए वह अपने साथ बुजुर्ग मां को साथ लेकर यहां पर आंदोलन करने आए हैं। अगर हमको किसानी बचाने के लिए पैदल दिल्ली तक जाना पड़े तो हम वहां भी जाएंगे। चाहे फिर रास्ते में मर ही क्यों ना जाएं।