अमृतसर/अंबाला. कृषि विधेयकों (agricultural bills) का विरोध सबसे ज्यादा पंजाब और हरियाणा में देखने को मिल रहा है। एक तरफ जहां पंजाब के सभी शहरों के बाजार बंद हैं, वहीं चौक-चौराहे पर सन्नाटा पसरा हुआ है। ना राज्य में कोई ट्रेन चल रही है और ना ही कोई बस चलती हुए दिखाई दे रही है। किसानों के समर्थम में सभी के पहिए भी थम गए हैं। जगह-जगह रेलवे ट्रैक और सड़कों पर बैठ लाखों किसान क्रेंद्र सरकार द्वारा लाए कृषि विधेयकों के विरोध कर रहे हैं। उनमें मोदी सरकार के खिलाफ गुस्सा है, वह एक ही मांग कर रहे हैं कि इन बिलों को वापस लिया जाए। वहीं कुछ किसान भावुक होकर बोले-जिस खेती में हमने अपना पूरा जीवन लगा दिया अब सरकार उसको ही बर्बाद करने जा रही है। इसलिए हम आंदोलन कर रहे हैं ताकि इस बर्बादी को रोका जाए।