पंजाब में नहीं रूक रहा जहरीली शराब का कहर, अब तक 98 लोगों की मौत..कई की आंखों में दिखना हुआ बंद

जालंधर (पंजाब). पंजाब में जहरीली शराब इस तरह अपना तांडप मचा रही है कि मरने वालों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। राज्य में अभी तक  98 लोगों की इसको पीने मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए देने की घोषणा की है। वहीं पहले ही दिन सीए इस मामले की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे चुके हैं। हालांकि प्रशासन मृतकों का आंकड़ा 75 बता रहा है, क्योंकि कुछ दिन पहले मृतकों का अंतिम संस्कार उनके परिजनों ने बिना बताए कर दिया है।

Asianet News Hindi | Published : Aug 2, 2020 3:09 PM IST

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पंजाब में नहीं रूक रहा जहरीली शराब का कहर, अब तक 98 लोगों की मौत..कई की आंखों में दिखना हुआ बंद

कहीं 60 तो कहीं 30 लोगों की मौत
बता दें कि जहीरीली शराब से शुक्रवार को 40 लोगों की जान गई थी, जबकि शनिवार को 30 और आज  रविवार को 9 लोगों ने दम तोड़ दिया। यह पूरा मामला बुधवार शाम को शुरू हुआ था। जब ग्राणीण इलाकों में लोग शराब पीने से बीमार होने लगे थे। अकेले तारनतरन में सिर्फ 60 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। वहीं अमृतसर और बटाला जिले में भी मरने वालों की संख्या दर्जनभर से ज्यादा है।

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सीएम ने 13 अधिकारियों को कर चुके हैं सस्पेंड
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह इस मामले में पहले दिन से ही सख्त हैं, उन्होंने अब तक 13 अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिया है। 

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जहरीली शराब पीने वाले युवक ने बताई आपबीती
शराब पीने से बीमार हुए 50 वर्षीय तिलक राज ने बताया कि मैंने जिस दिन से यह शराब पी है, उसी दिन से मैं बीमार हूं। मुझे ठीक से दिख नहीं रहा है, हमारे गांव के कई लोग इस जहर से अपनी जान गंवा चुके हैं और कई की आंखों में दिखना बंद हो गया है। वहीं 32 वर्षीय अजय कुमार का कहना है कि मैंने कुछ दिन पहले 60 रुपए में इस शराब की बोतल को खरीदा था। लेकिन उसी दिन से बीमार चल रहा हूं। यह शराब यहां पर खुलेआम बिकती है और पुलिस के अधिकारी देखते रहते हैं। 

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विपक्षी पार्टियां कैप्टन सरकार को घेर रहीं
वहीं इस मामले पर पंजाब की विपक्षी पार्टी अकाली दल और आम आदमी पार्टी लगातार पंजाब सरकार पर आरोप लगा रही है कि पंजाब सरकार आरोपियों के साथ मिली हुई है। इसलिए शायद अभी तक आरोपी पकड़े नहीं गए हैं।

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कई घरों में नहीं जला चूल्हा
तरन तारन के गांव की हालत यह है कि लोग एक व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर गांव वापस लौटते हैं, तब तक दो-तीन मौतें और हो जाती हैं। कई गांव में तो पिछले 36 घंटों में चूल्हा तक नहीं जला है।.

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