गजब: पेशेंट मोबाइल पर बात करता रहा और डॉक्टर्स ने कर दिया ऑपरेशन, देखने लायक था मरीज का जज्बा


जालंधर (पंजाब). अक्सर जब डॉक्टर किसी का ऑपरेशन करते हैं तो वह मरीज को इंजेक्शन देकर बेसुध कर देते हैं, ताकि उसे दर्द का अहसास ना हो। या फिर मरीज से बीच-बीच में पूछते रहते हैं कि क्या आप ठीक है ? कैसा महसूस कर रहे हैं ? हाथ पांव के मूवमेंट कर पा रहे हैं या नहीं ?। पंजाब के जालंधर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। जहां सर्जन डॉक्टर ने एक पेशेंट की सर्जरी की, लेकिन खास बात यह थी कि युवक इस दौरान मोबाइल पर बात करता रहा। उसे दर्द का जरा सा भी अहसास नहीं हुआ।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 17, 2021 7:34 AM IST

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गजब: पेशेंट मोबाइल पर बात करता रहा और डॉक्टर्स ने कर दिया ऑपरेशन, देखने लायक था मरीज का जज्बा


दरअसल, यह सर्जरी जालंधर के स्पाइन मास्टर्स यूनिट( इनसाइड वासल आस्पतल) में 36 साल के उत्तर प्रदेश के रहने वाले एक युवक की हुई। जहां स्पाइन सेंटर के डॉक्कर पंकज त्रिवेदी ने अपनी टीम के साथ यह सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। 
 

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सर्जन डॉक्कर पंकज त्रिवेदी ने बताया कि कुछ दिन पहले यह युवक उनके पास आया था, जहां वह अपनी कमर दर्द से बेहद परेशान था। कहने लगा कि ना तो में चल सकता हूं और ना ही सो पाता हूं। आलम यह है कि कई बार इलाज कराने के बाद भी कोई आराम नहीं लगा। जब युवक की एमआरआई से जांच की गई तो पता चला कि उसकी चौथे वा पांचवे मणके के बीच की डिस्क स्लिप हो गई है। जिसकी वजह से उसने यह दर्द बना रहता है। 

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डॉक्कर पंकज त्रिवेदी ने युवक को बिना बेहोश किए 7 मिलोमीटर का चीरा लगकर उसकी स्पाइन सर्जरी कर दी। जहां रोगी मोबाइल पर अपने परिवार से बात करता रहा और उसका ऑपरेशन हो गया। इस सर्जरी के बाद से ही रोगी की कमर का दर्द गायब हो गया। इतना ही नहीं अगले दिन उसको डिस्चार्ज भी कर दिया गया।

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बता दें कि कुछ महीने पहले ऐसा ही एक अनोखा मामला फरीदाबाद के सर्वोदय हॉस्पिटल में सामने आया था। जहां डॉक्टरों ने एक नए तरीके से सर्जरी को अंजाम दिया। मरीज इस दौरान लैपटॉप पर काम करता रहा और उसकी  ब्रेन की सर्जरी कर दी। दरअसल, मरीज राहुल को कुछ दिन पहले दौरा पड़ा था और तभी पता चला कि उन्हें ट्यूमर है।
 

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तीन महीने पहले ऐसी ही एक अनोखी सर्जरी जयपुर की भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में हुई थी। जहां के न्यूरो ऑन्को सर्जन डॉ. नितिन द्विवेदी और उनकी टीम ओर से की गई। डॉक्टर्स की टीम ने पेशेंट के ब्रेन से टयूमर निकालकर उसे कैंसर मुक्त कर दिया था। सर्जरी के दौरान पेशेंट ना सिर्फ होश में रहा बल्कि वह हाथ-पांव का मूवमेंट करते हुए बात करता रहा। यह ऑपरेशन  CISF के एक जवान की गई थी।
 

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