चंडीगढ़ : 23 मार्च...आज ही के दिन साल 1931 में शहीद-ए-आजम भगत सिंह (Bhagat Singh), राजगुरु और सुखदेव ने देश की आजादी के लिए अपनी शहादत दे दी थी। हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर लटक गए थे। वीर सपूत की याद में इस दिन को शहीदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज 92वीं पुण्यतिथि पर देश अपने शहीदों को नमन कर रहा है। इंकलाब की आवाज बनने वाले क्रांतिकारियों को याद कर रहा है। पंजाब (Punjab) में भगत सिंह के पैतृक गांव खट्कड़ कलां (Khatkar Kalan) में उनके स्मारक पर लोग पहुंच रहे हैं। सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और शहादत को याद किया। तस्वीरों में देखिए 91 साल में कितना बदल गया यह गांव और जानिए इस गांव का इतिहास...