बचपन में उठा पिता का साया, मां ने भीख से किया गुजारा..बेटे ने रातोंरात स्टार बन जीत लिया देश का दिल
बठिंडा (पंजाब). कहते हैं आपका हुनर ही आपकी पहचान है.. और एक दिन आप कामयाबी की मिसाल बन सकते हैं। ऐसा ही कहानी है पंजाब के रहने वाले सनी हिंदुस्तानी की। जिसने अपनी मेहनत की दम पर रियालिटी शो इंडियन आइडियल के विजेता बनकर देश के लाखों लोगों का दिल जीत लिया है। सनी को इस जीत की ट्रॉफी, 25 लाख की प्राइज मनी और एक शानदार टाटा अल्ट्रोज कार भी गिफ्ट में मिली है। सनी ने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, उन्होंने कई बार शो के दौरान अपने उन बुरे दिनों का जिक्र किया है।
Asianet News Hindi | Published : Feb 24, 2020 8:46 AM IST / Updated: Feb 24 2020, 02:19 PM IST
सनी मूल रूप से पंजाब में बठिंडा स्थित अमरपुरा बस्ती के रहने वाले हैं। उन्होंने एक छोटे से मोहल्ले से मायानगरी तक का सफर इतना आसान नहीं था।
सनी ने अपने करियर की शुरूआत बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर गाने गाकर किया है। वह हुनर के साथ-साथ घर का खर्चा चलाने के लिए सड़क किनारे बैठकर बूट पॉलिश करता था।
सनी के परिजनों के अनुसार, उसकी दादी भी गाकर भीख मांगती थीं। मां सोमा देवी भी अब तक गलियों घूम घूम कर गुब्बारे बेचती रही हैं। इसके अलावा उसने लोगों के घरों से चावल मांगकर घर का गुजारा किया।
जानकारी के मुताबिक, सनी के सिर से बचपन में ही उसके पिता का साया उठ गया था। उसके बाद मां ने भीख मांगकर अपने बेटे को पढ़ाया।
सनी के शो के खिताब को जीतने के ऐलान हुआ तो शहरवासियों ने सोशल मीडिया पर सनी और उसके परिवार को बधाई देनी शुरू कर दी। और शहर में पटाखे फोड़ कर जश्न मनाया गया।
सनी का हौसला बढ़ाने के लिए फाइनल शो से दो दिन पहले ही सनी की मां, बहन, मामा और राजिंदर मंगला मुंबई पहुंच गए थे।