फिरोजपुर, पंजाब. कोरोना काल में बेरोजगारी तेज से बढ़ी है। सरकारी नौकरियों को लेकर तो पहले से ही संकट था, लेकिन अब प्राइवेट सेक्टर में भी बुरे हाल हैं। पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने 'आत्मनिर्भर भारत' पर जोर दिया था। मतलब, आप खुद का कोई कारोबार खड़ा करें। इससे आपको न तो किसी के आगे हाथ फैलाने पड़ेंगे और न नौकरी जाने का डर बना रहेगा। इस महिला ने भी यह किया। पहले इस महिला की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। परिवार भूखों मरने की नौबत झेल रहा था। फिर इसे एक आइडिया आया और इसने खुद का काम शुरू किया। यह हैं संतोष रानी। ये गुरुहरसहाय क्षेत्र के गांव मोहन के उताड़ में रहती हैं। संतोष ने लोन लेकर कमर्शियल वाहन खरीदा। अब ये लोडिंग-अनलोडिंग का काम करके इतना कमा रही हैं कि परिवार मजे की जिंदगी गुजार रहा है। संतोष के तीन बच्चे हैं। एक दिन संतोष रानी को आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के बारे में पता चला। यह योजना ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में सफल साबित हुई है। पढ़िए संतोष रानी की सफलता की कहानी...