चंडीगढ़. टोक्यो ओलंपिक में भारत की बेटियां कमाल करते हुए इतिहास रच रही हैं। जिनकी सफलता का जश्न पूरा देश मना रहा है और उनको शुभकामनाएं दे रहे हैं। फिर चाहे मीराबाई चानू हो या महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी, सभी की पूछ परख हो रही है। लेकिन देश में कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हैं, जो आज दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हैं। आलम यह हो गया है कि उन्हें आर्थिक हालातों के कारण अपना खेल छोड़ दो वक्त की रोटी की जुगाड़ के लिए सड़कों पर मेहनत करनी पड़ रही है। ऐसी ही एक युवा मुक्केबाज है जो परिवार के पेट पालने के लिए पार्किंग टिकट बेच रही है। आइए जानते हैं इस खिलाड़ी की मार्मिक कहानी...