कोटा (राजस्थान). बूंदी हादसे में मारे गए 24 लोगों के शवों को जब कोटा के किशोरपुरा मुक्तिधाम में लाया गया तो वह हर कोई सहम गया। पूरे शहर में कोहराम और हाहाकार मच गया। आलम यह था कि अंतिम संस्कार करने के लिए शमशान में अलग से एक शेड बनाया गया। मुक्तिधाम में तीन-तीन फीट के अंतर से 22 अर्थियां जलाई गईं। बता दें, 26 फरवरी दिन बुधवार सुबह 10 बजे बूंदी की मेज नदीं में एक बारातियों से भरी बस गिर गई थी। बस में कुल 30 लोग सवार थे। जिसमें 24 की मौके पर मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। हादसे में मारे गए मामा पक्ष अपनी भांजी प्रीति की शादी के लिए कोटा से सवाई माधोपुर जा रहा था।