जब इस प्रतिमा का निर्माण हो रहा था, तब शुरुआत में इसकी ऊंचाई 251 फीट तय थी लेकिन बाद में मिराज समूह के मदन पालीवाल की सिफारिश पर ऊंचाई 351 फीट करने का फैसला लिया गया। इस प्रतिमा का निर्माण मिराज ग्रुप के सीएमडी मदनलाल पालीवाल ने ही बनवाया है। प्रतिमा के अंदर चार लिफ्ट हैं। दो लिफ्ट में एक बार में 29-29 श्रद्धालु 110 फीट तक जा सकेंगे। इसके बाद 280 फीट तक दो फीट से 13-13 श्रद्धालु एक साथ जा-आ सकेंगे।