पुराने पेपर से किया अभ्यास, छोटे से कांसेप्ट को भी किया दूर
सुरभि के घर में एक छोटा भाई और एक बड़ी बहन है। पिता डॉ. पवन कुमार पारीक आयुर्वेद चिकित्सक हैं। सुरभि ने बीकानेर के केंद्रीय विद्यालय स्कूल से स्कूलिंग और डूंगर कॉलेज से बीएससी कर चुकी हैं। सुरभि कहती हैं कि छठी से आठवीं तक की विज्ञान की किताबों को खूब पढ़ा। उसमें दिए गए हर सवाल को हल किया। इसके साथ ही पुराने पेपर का अभ्यास हर रोज किया। मैंने इन तीनों कक्षाओं के सिलेबस की किताबों को खूब पढ़ा। छोटे से छोटे कांसेप्ट को दूर किया। कुछ सवाल तो किताब से ही हुबहू आ गए। सुरभि का कहना है कि उसने 12वीं विज्ञान में करने के बाद मेडिकल में जाने की कभी इच्छा नहीं जताई।