रिलीजन डेस्क: आदि गुरु शंकराचार्य (Adi Shankarachary) की जयंती 6 मई दिन शुक्रवार को मनाई जा रही है। आदि शंकराचार्य का जन्म केरल के एक गांव में हुआ था। उनके माता-पिता भगवान शिव के परम भक्त थे, इसलिए उन्होंने उनका नाम अपने इष्ट देवता के नाम पर रखा। आदि शंकराचार्य एक साधारण बच्चे नहीं था, बल्कि एक दिव्य आत्मा थे। यह माना जाता है कि आदि शंकर भगवान शिव के मानव रूप में अवतार हैं। 16 से 32 साल तक उन्होंने वेदों के जीवनदायी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्राचीन भारत की यात्रा की। शंकराचार्य एक कवि भी थे। उन्होंने सौंदर्य लहरी, शिवानंद लहरी, निर्वाण शाल्कम, मनीषा पंचकम जैसे 72 भक्ति और ध्यानपूर्ण भजनों की रचना की। उनके संदेश और उपदेश आज भी हम सबके लिए प्रेरणा है। ऐसे में उनकी जयंती पर हम आपको बताते हैं, आदि शंकराचार्य के 10 अनमोल विचार...