अमाला ने आगे लिखा है, "यह देखकर दुख होता है कि धार्मिक भेदभाव 2023 में भी होता है। मैं देवी के पास नहीं जा सकी, लेकिन दूर से स्प्रिट महसूस की। उम्मीद करती हूं की धार्मिक भेदभाव में जल्दी ही परिवर्तन आएगा। वह समय आएगा, जब सभी को समानता की नजर से देखा जाएगा, धर्म के आधार पर नहीं।"