टेक डेस्क । ये दौर टेक्नालॉजी का है, युवा पीढ़ी के लिए मोबाइल ऑक्सीजन जितना जरूरी हो गया है। वहीं बच्चे भी तेजी से मोबाइल का उपयोग करना सीख चुके हैं। मोबाइल पर कॉल अटेंड करना, व्हाट्सऐप और मैंसेजर पर लोगों से चैंटिंग करने के अलावा एक रोग तेजी से पैठ जमा चुका है। ऑनलाइन गेम्स ने किशोरों की आउटडोर एक्टविटी को तहन-नहस कर दिया है। युवाओं के सिर पर भी मोबाइल गेम्स का भूत सवार है, क्या है ये ऑनलाइन गेम्स, कैसे लगती है इसकी लत, कैसे छुड़ाएं इससे पीछा....