रियाद ने सुनाई आपबीती
रियाद एशकुंटाना ने कहा कि उन्हें विश्वास था कि उनका परिवार सुरक्षित है क्योंकि उसी इमारत में डॉक्टर रह रहे थे और उन्होंने बच्चों को एक सुरक्षित कमरे में रखा था। लेकिन अचानक एक रॉकेट ने चंद मिनटों में पूरी बिल्डिंग को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि "मैंने अपने बेटे ज़ैन को पुकारते हुए सुना: 'डैडी, डैडी'। उसकी आवाज ठीक थी, लेकिन मैं उसे देखने के लिए मुड़ नहीं सका क्योंकि मैं फंस गया था।"