फांसी पर लटकाए जाने से पहले उसने वहां मौजूद यरवडा जेल के जेलर से कहा, मेरी फांसी की सूचना अम्मी को पहुंचा दी जाए। उसने कहा कि अल्लाह भी उसकी गलती को माफ करे। 20 नवंबर की रात जब उसे रात का खाना दिया गया, तब ही बता दिया गया कि कुछ घंटों बाद उसे फांसी दी जाएगी।