अंग्रेजी हुकुमत ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल, अरुणा आसफ अली, मौलाना आजाद समेत कई बड़े नेताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। अंग्रेजों को लगा कि ऐसा करने से लोग डर जाएंगे और आंदोलन ठंडा पड़ जाएगा, मगर लोग दोगुने उत्साह से आंदोलन में भाग लेने लगे।