अजीब संयोग: जिसने जे़लेंस्की से हाथ मिलाया, कुर्सी से हाथ धो बैठा, श्रीलंका के गोटबाया इसके नया 'शिकार'

वर्ल्ड. यह महज संयोग हो सकता है कि यूक्रेन की मदद के लिए जो भी आगे आकर हाथ मिला रहा है या बढ़ा रहा है, उसकी कुर्सी संकट में पड़ रही है। हालांकि ये कुछ ही उदाहरण हैं, लेकिन ये मामले सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बने हुए हैं। रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के साथ खड़े होने वाले ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन,इतालवी प्रधान मंत्री मारियो ड्रैगी,एस्टोनियाई प्रधान मंत्री काजा कल्लास और अब गोटबाया राजपक्षे को श्रीलंका के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देना पड़ा है। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध(russia ukraine war) को 15 जुलाई को 143 दिन हो गए हैं। 

Amitabh Budholiya | Published : Jul 15, 2022 4:01 AM IST / Updated: Jul 23 2022, 10:02 AM IST

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अजीब संयोग: जिसने जे़लेंस्की से हाथ मिलाया, कुर्सी से हाथ धो बैठा, श्रीलंका के गोटबाया इसके नया 'शिकार'

यूक्रेन के इंटरनल अफेयर्स के फर्स्ट डिप्टी मिनिस्टर येवेन येनिन के अनुसार, यूक्रेन के खिलाफ रूस के चौतरफा युद्ध की शुरुआत के बाद से यूक्रेन में नागरिक ठिकानों पर 17,314 हमले किए हैं और सैन्य ठिकानों पर केवल 300 हमले किए हैं। इधर, जर्मनी ने यूक्रेनियन रिफ्यूजीज की सहायता के लिए एडिशनल 2.4 बिलियन यूरो देने का ऐलान किया है। जर्मन लेबर मिनिस्टर ह्यूबर्टस हील ने कहा कि यूक्रेन के लगभग 800,000 लोगों को पहले ही जर्मनी में शरण मिल चुकी है, जिनमें से 30% 14 वर्ष से कम उम्र के हैं। आगे पढ़िए किसने मिलाया हाथ, जिसे छोड़नी पड़ी कुर्सी...

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गोटाबाया राजपक्षे-श्रीलंका में आर्थिक संकट से उपजे विद्रोह के बाद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले गोटबाया राजपक्षे(Gotabaya Rajapaksa) और जेंलेस्की की गहरी दोस्ती मानी जाती रही है। श्रीलंका संकट पर जे़लेंस्की ने बयान दिया कि श्रीलंका में आर्थिक संकट के लिए रूस के स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन को दोषी माना है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने एक बयान में कहा कि मॉस्को (Moscow) ने हमले के दौरान खाद्य पदार्थों (Food Items) को ब्लॉक कर दिया, जिससे श्रीलंका में संकट पैदा हुआ। बता दें कि नवंबर, 2021 में गोटबाया ने जे़लेंस्की से मुलाकात की थी। तब कई समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे। यह तस्वीर तभी की है।

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बोरिस जॉनसन- 41 मंत्रियों की बगावत के बाद दबाव झेल रहे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। यूक्रेन में जारी युद्ध के बीच बोरिस जानसन जून में कीव आए थे। उन्होंने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करके रूसी सेना से मुकाबले की रणनीति पर चर्चा की थी। जानसन ने जेलेंस्की को हर संभव मदद का भरोसा दिया था।

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काजा कल्लास-एस्टोनियाई प्रधान मंत्री काजा कल्लास(Estonian Prime Minister Kaja Kallas) ने बाल्टिक देश में एक नई सरकार गठबंधन बनाने के लिए गुरुवार(14 जुलाई) को इस्तीफा दे दिया। काजा कल्लास जेलेंस्की की बड़ी सपोर्टर रहीं हैं। इसी जून में उन्होंने जे़लेंस्की से फोन पर चर्चा की थी। उन्होंने रूस के खिलाफ साथ देने का वादा भी किया था। वे मई, 2021 में यूक्रेन आई थीं। तब उन्होंने यूक्रेन के पूर्व में जारी संघर्ष को लेकर जेलेंस्की का हौसला बढ़ाया था। कुछ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए थे। ये तस्वीर तभी की है।

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मारियो ड्रैगी- इतालवी प्रधान मंत्री मारियो ड्रैगी(Italian Prime Minister Mario Draghi) ने 5-स्टार मूवमेंट के बाद पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके सत्तारूढ़ गठबंधन में एक पार्टी विश्वास मत का समर्थन करने में विफल रही, जिससे इटली राजनीतिक अराजकता में डूब गया। जून में ड्रैगी की मुलाकात जेलेंस्की से हुई थी। 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन संघर्ष की शुरूआत के बाद से ड्रैगी अपनी पहली यात्रा पर कीव पहुंचे थे।

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