मुंबई. वैसे तो पूरा सिनेमा ही एक्सपेरिमेंट पर चलता है। जो जितना क्रियेटिव है और एक्सपेरिमेंट करता है, वो उतना बेहतर सिनेमा रचता है। लेकिन बिना संसाधन के फिल्म बनाना सरल नहीं होता। टीवी और फिल्मों के जाने-माने अभिनेता एकलव्य तोमर ने लॉकडाउन में मोबाइल के जरिये प्रयोग करके एक शार्ट मूवी ब्ल्यू क्वारेंटाइन (Blue Quarantine) बनाई है। फिल्म लॉकडाउन में काम-धंधा छूटने से परेशान बैठे युवाओं द्वारा अपनी प्रेमिका-पत्नी या घर की किसी अन्य महिला की ब्ल्यू फिल्म बनाकर उसे बेचकर कमाई करने से जुड़ी है। इस मूवी ने एक्सपेरिमेंटल सिनेमा को एक नई सोच दी है। यह फिल्म नये फिल्म मेकर्स के लिए 'वर्कशॉप' की तरह है। यह पूरी फिल्म मोबाइल से बनी। बैकग्राउंड और म्यूजिक को छोड़कर पोस्ट प्रोडक्शन के कई काम मोबाइल एप के जरिये ही किए गए। जैसे कलर करेक्शन आदि। इस फिल्म के साथ सबसे बड़ी चुनौती आर्टिस्ट की डबिंग को लेकर थी। ऐसे में डायरेक्टर एकलव्य तोमर ने एक प्रयोग किया। सभी आर्टिस्ट से फिल्म के सीन्स से जुड़े कंटेंट ऑडियो रिकॉर्डिंग में मंगा लिए। इस वाइस ओवर को सीन्स के अनुरूप रखते गए। यानी जब फिल्म चलती है, तो डायलॉग नहीं होते, लेकिन वाइस ओवर से यूं लगता है, जैसे किरदार ही अपनी बात कर रहा है। यह फिल्म बहुत जल्द OTT प्लेटफॉर्म पर देखने को मिलेगी। यह शॉर्ट फिल्म जर्मनी, कोरिया, साउथ कोरिया, अमेरिका, उज्बेकिस्तान, यूके के अलावा कई भारतीय फिल्म फेस्टिवल में सराही जा चुकी है। आइए जानते हैं, फिल्म के बारे में और भी कुछ बातें...