हर्षवर्धन के मुताबिक, उन 10 दिनों के लिए मेरा नाम था, तरुण प्रभाकर। वैसे ये तरुण प्रभाकर, केबीसी के सिद्धार्थ बसु के सहयोगी का नाम था। दरअसल, हर्षवर्धन के करोड़पति बनने वाले एपिसोड की शूटिंग प्रसारण से पहले पूरी हो चुकी थी और इसका खुलासा प्रसारण से पहले न हो जाए, आयोजकों ने इस आशंका के चलते मुझे होटल में रखा था।