रियल लाइफ में 2 बेटियों की मां है TV की सीता, बेहद ग्लैमरस है लाइफस्टाइल, यहां रहती हैं बिजी
मुंबई. देश में कोरोनावायरस का संकट लगातार गहरा रहा है। कोरोना के अब तक 700 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। देशभर में लॉकडाउन है। लोगों से घरों में रहने की अपील की जा रही है। इसबीच, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को साफ किया कि जनता की मांग पर दूरदर्शन में शनिवार से रामायण सीरियल का प्रसारण होगा। पहला एपिसोड कल सुबह 9 बजे और दूसरा कल ही रात 9 बजे दिखाया जाएगा। ज्यादातर लोग बेहद एक्साइटेड हैं।
Asianet News Hindi | Published : Mar 27, 2020 6:09 AM IST / Updated: Mar 29 2020, 10:09 AM IST
आपको बता दें कि रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया 64 साल की हो गई है। इस उम्र में भी उन्होंने अपने फिगर को मेंटेन करके रखा है। दीपिका बेहद ग्लैमरस लाइफस्टाइल जीती है।
दीपिका ने अपना एक्टिंग का शौक अभी भी बरकरार रखा है। हाल ही में आई आयुषमान खुराना की फिल्म बाला में दीपिका ने यानी गौतम की मां का किरदार निभाया था।
दीपिका ने 'रामायण' में आने से पहले कई फिल्मों में काम किया था। वे 'भगवान दादा' (1986), 'रात के अंधेर में' (1987), 'खुदाई' (1994), 'सुन मेरी लैला' (1985), 'चीख' (1986), 'आशा ओ भालोबाशा' (बंगाली, 1989) और 'नांगल' (तमिल, 1992) में बतौर एक्ट्रेस नजर आईं।
इनमें से ज्यादातर फिल्में बी-ग्रेड थीं। 2017 में दीपिका ने गुजराती सीरियल 'छुटा छेड़ा' से पर्दे पर वापसी की थी। उन्होंने डायरेक्टर मनोज गिरी की फिल्म 'गालिब' में भी काम किया है।
दीपिका ने हेमंत टोपीवाला से शादी की, जो श्रृंगार बिंदी और टिप्स एंड टोज नेलपॉलिश के ओनर हैं। दीपिका और हेमंत की दो बेटियां हैं निधि टोपीवाला और जूही टोपीवाला।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो दीपिका ने शादी के बाद अपना सरनेम चेंज कर लिया है और अब वे हसबैंड की कंपनी की मार्केटिंग टीम की हेड हैं। दीपिका खाली समय में पेंटिंग करती हैं। उन्हें एक्रेलिक और ऑयल पेंटिंग का शौक है।
रामायण' के निर्माता रामानंद सागर के परिवार की बहू निशा सागर, दीपिका की क्लोज फ्रेंड हैं। हालांकि, वे राजश्री प्रोडक्शन की बड़जात्या फैमिली से संपर्क में नहीं है।
बता दें कि 'रामायण' का प्रसारण जनवरी 1987 से जुलाई 1988 तक हुआ था। उस वक्त ये शो सुपरहिट रहा था। सीरियल का प्रसारण रविवार को होता था और जब ये सीरियल प्रसारित होता था तो सड़कों पर सन्नाटा हो जाता था।