उज्जैन. भगवान श्रीगणेश को प्रथम पूज्य, मंगलमूर्ति, दु:खहर्ता, मंगलकर्ता, गणनायक और न जाने कितने ही नामों से पुकारा जाता है। श्रीगणेश अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2022) का पर्व मनाया जाता है। मान्यता है कि इसी तिथि पर श्रीगणेश का जन्म हुआ था। इस बार गणेश चतुर्थी का पर्व 31 अगस्त, बुधवार को मनाया जाएगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस दिन अगर राशि अनुसार, कुछ खास उपाय किए जाएं तो भक्तों की हर इच्छा पूरी हो सकती है। आगे जानिए राशि अनुसार, इन उपायों के बारे में…
इस राशि के लोग भगवान श्रीगणेश को हल्दी लगी हुई दूर्वा अर्पित करें। इस दौरान ऊं गं गणपतये नम: मंत्र का जाप करते रहें। इस उपाय से इनके सभी संकटों का निवारण हो सकता है।
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इस राशि के लोग श्रीगणेश को सफेद फूल पर इत्र लगाकर चढ़ाएं और सफेद लड्डू का भोग भी लगाएं। ये उपाय करते समय ऊँ गं ऊँ गं मंत्र का जाप करें। इससे इन लोगों को सभी कार्य में सफलता व सिद्धि प्राप्त हो सकती है।
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इस राशि के लोग श्रीगणेश की कृपा पाने के लिए दूर्वा की माला बनाकर अर्पित करें। साथ ही ऊँ श्री गं गणाधिपतये नम: मंत्र का जाप करते हुए गुड़ का भोग भी लगाएं। इससे इनका हर कामना पूरी हो सकती है।
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श्रीगणेश को प्रसन्न करने के लिए सफेद आंकड़े के फूलों की माला बनाकर अर्पित करें। ऊँ श्री श्वेतार्क देवाय नम: का जाप 108 बार करें। मोदक या मक्खन का भोग लगाएं। इससे इनकी सभी मनोकामना पूर्ण हो सकती हैं।
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इस राशि के लोग पहले 108 दूर्वा पर थोड़ा कुंकुम लगा लें, उसके बाद यह श्रीगणेश को अर्पित करें। गुड़ की 11 गोली बनाकर भोग लगाएं। इससे इस राशि वालों के हर संकट दूर हो सकते हैं।
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इस राशि के लोग अपनी शक्ति के अनुसार, भगवान श्रीगणेश को साबूत हरे मूंग व गुड़ चढ़ाएं और बाद में इसे जररूतमंदों में बांट दें। श्री वक्रतुण्डाय नम: मंत्र का 108 बार जाप भी करें। इससे आपको सभी कामों में सफलता मिल सकती है।
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इस राशि के लोग भगवान श्रीगणेश को सवा किलो मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं। साथ ही श्रीगणेश स्त्रोत का पाठ भी करें। इस उपाय से इनके संकटों का निवारण जल्दी ही हो सकता है।
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इस राशि के लोग श्रीगणेश को लाल रंग से रंगे चावल अर्पण करें। चावलों की संख्या 108 से कम अथवा ज्यादा न हो। श्री विघ्नहरण संकट हरणाय नम: का जाप करें, जिससे समस्त मनोकामना पूर्ण हो सकती है।
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इस राशि के लोग हल्दी की पांच साबूत गांठ श्री गणाधिपतये नम: का जाप करते हुए श्रीगणेश को चढ़ाएं। इसके बाद 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जाप करके चढ़ाएं।
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इस राशि के लोग भगवान श्रीगणेश को काले तिल अर्पण करें और लाल रंग के फूल पर इत्र लगाकर श्री गणेशाय नम: का जाप करके चढ़ाएं। गणपति अर्थवशीर्ष का पाठ भी करें। इससे सभी संकट टल जाते हैं।
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इस राशि के लोग श्रीगणेश को हल्दी का तिलक लगाएं। मोदक या गुड़-रोटी का भोग लगाएं। इसके बाद ऊँ गं गणपतयै नम: का जाप करें। इस उपाय से इनकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है।
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इस राशि के लोग पीले रंग के धागे में पीले पुष्प व दूर्वा की माला बनाकर श्री गणेशजी को अर्पण करें। चने की दाल और गुड़ भगवान श्रीगणेश के मंदिर में दान करें। इससे इनकी हर परेशानी दूर हो सकती है।